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बुधवार, 4 अप्रैल 2018

kshanika

क्षणिका सलिला *१.
जिनको जाना है,
न रुकेंगे,
वे चले जाएँगे
बाद जाने के मगर
याद बहुत आएँगे
*
२.
कौन हैं हम?
कहें कैसे कि
'नहीं मालुम है?'
साथ बेगम,
कहें कैसे? कि
यही तो गम है.
*





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