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रविवार, 11 नवंबर 2012

kayastha activities



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PhotoPhoto: 'सुविचार':-ऋद्धि-गौरव-धन को अपना मानने से आदमी बोझिल बनता है और ऋद्धि लाघव से वह हल्का बनता है |यानी जब धन का संग्रह सीमित क्षेत्र में होता है,तब वातावरण में दबाव,तनाव और भार की अनुभूति होती है| जब धन का अवगाह-क्षेत्र व्यापक हो जाता है, तब वातावरण दबाव,तनाव और भार की अनुभूति से शून्य हो जाता है|Photo: भोपाल महानगर के समस्त कायस्थ संगठनो के सहयोग से चित्रांश प्रतिभाओं का सम्मान समारोह १८ नवम्बर २०१२ को मानस भवन, भोपाल में आयोजित किया जा रहा है, अगर आप भी किसी प्रतिभा के धनी है या आप अपने किसी ऐसे बाल, युवा या वरिष्ट चित्रांश बंधुओं को जानते है जो प्रतिभाशाली हो, तो आप ऐसी प्रतिभाओं को सम्मान हेतु संस्था से अवश्य अवगत करायें, धन्यवादPhotoPhoto

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