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सोमवार, 23 मई 2011
एक षटपदी (कुण्डलिनी): भारत के गुण गाइए... संजीव 'सलिल'
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आचार्य संजीव वर्मा सलिल
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3 टिप्पणियां:
आचारी जी षट्पदी और कुंडली में क्या अंतर है| कृपया हम लोगों को इस बारे में बताने की कृपा करें|
Navin C. Chaturvedi 9:45am May 21
षट्पदी नामकरण गलत किन्तु प्रचलन में है. वास्तव में ६ पंक्तियों की रचना शत्चरणी कही जाना चाहिए, किन्तु इसे षट्पदी कहा जाता है. ६ पंक्तियों की एक विशिष्ट प्रकार की रचना जिसमें कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है (यथा: प्रथम दो पंक्तियाँ दोहा हों, अंतिम ४ पंक्तियाँ रोला हों, दोहा का अंतिम चरण रोला कल प्रथम चरण हो. कुण्डलिनी का प्रारंभ एवं अंत समान शब्द या शब्द-समूह से हो या न हो इस पर मतभेद हैं). हर कुण्डलिनी छंद शत्चरणी होती है किन्तु हर शत्चरणी काव्य रचना कुण्डलिनी नहीं होती.
Om Prakash Nautiyal 9:03am May 22
रोचक और उपयोगी जानकारी के लिये आभार !
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