कुल पेज दृश्य

सोमवार, 1 जुलाई 2024

स्वास्थ्य सलिला, मुँह में छाले

स्वास्थ्य सलिला
मुँह में छाले होम्योपैथिक उपचार 
*

मुँह में छाले होना एक सामान्य बात है। ये देखने में भले ही छोटे हों किंतु खाना-पीना हराम कर सकते हैं। छालों को जल्दी दूर करनेऔर उन्हें दोबारा होने से रोकने में होम्योपैथिक दवाएँ कारगर साबित होती हैं। मुँह के छालों के साथ एक और परेशानी है 'बार-बार पुनरावृत्ति। पहला छाला पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाता और नए छाले पहले से ही होने लगते हैं। मुँह के छाले (एफ़्थस अल्सर या कैंकर सोर) मुँह के अंदर उथले, दर्दनाक घाव होते हैं। वे चमकीले लाल क्षेत्र से घिरे दर्दनाक सफ़ेद या पीले रंग के अल्सर के रूप में दिखाई देते हैं। मुँह का अल्सर श्लेष्म झिल्ली में एक घाव है। अल्सर का विकास जलन से शुरू होता है जिसके बाद लाल धब्बा बनता है जो बाद में अल्सर में बदल जाता है। वे खाने, पीने और बात करने में असहजता पैदा कर सकते हैं। वे गैर-संक्रामक और सौम्य प्रकृति के होते हैं। अल्सर के साथ हल्का से मध्यम बुखार हो सकता है। अल्सर से होने वाला दर्द आमतौर पर एक सप्ताह में कम हो जाता है, और अंतिम उपचार 2-3 दिनों के भीतर होता है। मुँह के छाले होठों के अंदर, गालों के अंदर, मसूड़ों की जड़ में, जीभ के नीचे, तालू पर या जीभ पर हो सकते हैं।

यरल , बैक्टीरियल, फंगल, परजीवी संपर्क, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, दाँतों, फिलिंग्स, क्राउन, डेन्चर, ब्रेसेस, मुँह के अंदरूनी हिस्से के तीखे किनारों से होने वाली चोट, जलन आदि छालों (अल्सर) का कारण बन सकती है। खुरदरा खाना खाने या पेन, टूथपिक या नाखून जैसी नुकीली चीजें मुँह में डालने से श्लेष्म झिल्ली में दरार से अल्सर विकसित हो सकता है। कोई खाद्य पदार्थ मुँह में अधिक देर तक रखना, तंबाकू -शराब आदि का सेवन भी छालों का कारण होता है। एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक, स्टेरॉयड, एनाल्जेसिक, एनएसएआईडी (गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स) जैसी दवाओं के दुष्प्रभाव छालों के रूप में हो सकते हैं। विटामिन बी12 और आयरन की कमी से अल्सर हो सकता है। हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी-1) भी छालों का कारण हो सकता है।
मुँह के छालों के लिए होम्योपैथिक औषधि

मुँह के छालों के लिए एलोपैथिक उपचार में दर्द प्रबंधन और अल्सर के उपचार का समय घटाना शामिल है। दर्द को कम करने के लिए खारे पानी, एंटीसेप्टिक तरल पदार्थ, बेकिंग सोडा या स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है। बायोकेमिक दवा समस्या के कारण का प्राकृतिक रूप से इलाज करती है। मुँह के छालों के लिए मर्क सोल और बोरेक्स सामान्य दवाएँ हैं। होम्योपैथी दवाएँ बिना किसी दुष्प्रभाव के मुंह के छालों को जल्दी ठीक करने में मदद करती हैं।
मर्क्युरियस सोलुबिलिस: मुंह के छालों के लिए शीर्ष दवा

मर्क्यूरियस सॉल्युबिलिस क्विकसिल्वर के ट्रिट्यूरेशन से प्राप्त होती है। यह शरीर के हर अंग और ऊतक पर एक शक्तिशाली प्रभाव दिखाता है। मर्क सोल अल्सर को तेजी से ठीक करता है, दर्द कम करता है और बार-बार छाले होने को रोकता है। मुँह में लार के साथ जलन, पीली श्लेष्म झिल्ली, जीभ-होंठों और गालों के अंदर लाल सूजन वाले किनारों के साथ छोटे, सपाट अल्सर, ठंडे पानी की इच्छा आदि लक्षणों में यह दवा उपयुक्त है।
बोरेक्स वेनेटा

यह बोरेक्स सोडियम बाइकार्बोनेट से प्राप्त एक दवा है। सोडियम बाइकार्बोनेट का उपयोग पेट में अत्यधिक एसिड के प्रभाव को बेअसर करने के लिए किया जाता रह है। होम्योपैथी में अल्सर जिन्हें छूने पर या खाने के दौरान खून बहता है, मुँह में सूखापन और तेजी से अल्सर बनना, गालों की अंदरूनी सतह अल्सर होने और बच्चों के मुँहमें अल्सर होने पर बोरेक्स दें।
नाइट्रिकम एसिडम

यह नाइट्रिक एसिड के ट्रिट्यूरेशन से प्राप्त एक दवा है। यह शरीर के उन निर्गम स्थलों (आउटलेट) पर जहाँ श्लेष्म झिल्ली त्वचा से मिलती है, छले होने पर यह उपयुक्त है। नरम तालू, गालों के भीतर और जीभ के किनारों पर अल्सर हो, जब पूरा मुँह अल्सर से ग्रस्त हो और दर्द बहुत अधिक हो तो इसका उपयोग करें।नाइट्रिक एसिड के लिए मुख्य संकेत अल्सर में चुभनेवाला दर्द है। श्लेष्म झिल्ली आसानी से कटने-सूजने और घाव होने, चबाने में कष्ट होने पर नाइट्रिक एसिड उपयुक्त है।
म्यूरेटिक एसिडम

म्यूरेटिक एसिडम का उपयोग मुँह में छालों के कारण छेद होने पर, अल्सर का आधार काला होने, गालों और तालू के अंदर अत्यधिक लालिमा होने पर, मुँह में बहुत अधिक सूखापन होने पर किया जाता है। लाल, सूजनवाले और दर्दनाक अल्सर एफ्थस स्टोमेटाइटिस के परिणामस्वरूप होते हैं।
कलियम आयोडियम

कलियम आयोडम का उपयोग मुँह की श्लेष्म झिल्ली में अनियमित छाले होने पर करें। वे ऐसे दिखते हैं जैसे कि उन पर दूधिया परत हो। मुँह की अल्सरेटिव स्थिति के साथ-साथ, प्रचुर मात्रा में लार आना, मुँह से दुर्गंध आना, मुँह में गर्मी, सूजन, सूखापन और कड़वाहट आदि इस दवा की आवश्यकता को इंगित करते हैं।
नैट्रम म्यूरिएटिकम

नैट्रम म्यूर मुंह के छालों के लिए एक दवा है जो ओरल थ्रश के साथ विकसित होते हैं। मुँह, होंठ और जीभ का सूखापन, तरल पदार्थों के प्रति संवेदनशीलता, मुँह में दर्द, भोजन या तरल पदार्थ के अल्सर को छूने पर जलन, जीभ, मसूड़ों और गालों पर छोटे-छोटे समूह वाले छाले, जलन के साथ मुँह से बहुत अधिक पानी जैसा लार होने पर नैट्रम मूर लाभ प्रद होती है।

***

कोई टिप्पणी नहीं: