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रविवार, 11 फ़रवरी 2024

स्वास्थ्य, आयुर्वेद, लहसुन

स्वास्थ्य विमर्श / आयुर्वेद
लहसुन के चमत्कारी फायदे
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लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को भी बढ़ाता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज, लवण और फॉस्फोरस, आयरन व विटामिन ए,बी व सी भी होते हैं। किसी भी तरह लहसुन का सेवन करना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लहसुन का सेवन निम्न रोगों में लाभदायक है-

१. १०० ग्राम सरसों के तेल में दो ग्राम (आधा चम्मच) अजवाइन के दाने और आठ-दस लहसुन की कली डालकर धीमी-धीमी आँच पर पकाएँ। जब लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें और बोतल में भर दें। इस तेल को गुनगुना कर इसकी मालिश करने से बदन का दर्द दूर होता है।

२. लहसुन की एक कली छीलकर सुबह एक गिलास पानी से निगल लेने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।साथ ही ब्लडप्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।

३. लहसुन डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है। यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है।

४. खाँसी और यक्ष्मा (तपेदिक/टीबी) में लहसुन बेहद फायदेमंद है।

५. लहसुन के रस की कुछ बूँदें रुई पर डालकर सूँघने से सर्दी दूर होती है।

६. ३० मिलीलीटर दूध में लहसुन की पाँच कलियाँ उबालकर इस मिश्रण का हर रोज सेवन करने से दमे में शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है। अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो पिसी कलियाँ मिलाकर पीने से भी अस्थमा नियंत्रित रहता है।

७. लहसुन की दो कलियों को पीसकर उसमें और एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर क्रीम बनाकार लगाएँ, मुहाँसे साफ हो जाएँगे ।

८. लहसुन की दो कलियाँ पीसकर एक गिलास दूध में उबाल लें और ठंडा कर सुबह-शाम पिएँ, दिल से संबंधित बीमारियों में आराम मिलता है। रोज नियमित रूप से लहसुन की पाँच कलियाँ खाएँ, हृदय संबंधी रोग की संभावना घटती है।

९. लहसुन के नियमित सेवन से पेट और भोजन की नली का कैंसर और स्तन कैंसर की सम्भावना कम हो जाती है।

१०. नियमित लहसुन खाने से (रक्तचाप) ब्लडप्रेशर नियमित रहता है।

११. एसीडिटी और गैस्टिक ट्रबल में लहसुन का प्रयोग फायदेमंद होता है।

१२. लहसुन की ५ कलियों को थोड़ा पानी डालकर पीस लें और उसमें १० ग्राम शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें, सफेद बाल काले होते हैं।

१३. इसको पीसकर त्वचा पर लेप करने से विषैले कीड़ों के काटने या डंक मारने से होने वाली ज ल न कम हो जाती है।

१४. जुकाम और सर्दी में लहसुन रामबाण की तरह काम करता है।

१५. पाँच साल तक के बच्चों में होने वाले प्रॉयमरी कॉम्प्लेक्स में लहसुन बहुत फायदा करता है।

१६. लहसुन को दूध में उबालकर पिलाने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

१७. लहसुन की कलियों को आग में भून कर खिलाने से बच्चों की साँस चलने की तकलीफ कम होती है।

१८. लहसुन का सेवन गठिया और अन्य जोड़ों के रोग में बहुत ही लाभदायक है।

१९. लहसुन की बदबू से बचने के लिए लहसुन को छीलकर या पीसकर दही में मिलाकर खाइए या लहसुन खाने के बाद जरा सा गुड़ और सूखा धनिया मिलाकर चूसें तो आपके मुँह से बदबू नहीं आएगी।

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