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गुरुवार, 7 मई 2020

माहिया गीत

माहिया गीत
मौसम के कानों में
संजीव 'सलिल'
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(माहिया:पंजाब का त्रिपदिक मात्रिक छंद है. पदभार 12-10-12, प्रथम-तृतीय पद सम तुकांत, विषम पद तगण+यगण+2 लघु = 221 122 11, सम पद 22 या 21 से आरंभ, एक गुरु के स्थान पर दो गुरु या दो गुरु के स्थान पर एक लघु का प्रयोग किया जाता है, पदारंभ में 21 मात्रा का शब्द वर्जित।)
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मौसम के कानों में
कोयलिया बोले,
खेतों-खलिहानों में।
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आओ! अमराई से
आज मिल लो गले,
भाई और माई से।
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आमों के दानों में,
गर्मी रस घोले,
बागों-बागानों में---
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होरी, गारी, फगुआ
गाता है फागुन,
बच्चा, बब्बा, अगुआ।
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प्राणों में, गानों में,
मस्ती है छाई,
दाना-नादानों में---
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संजीव वर्मा 'सलिल' ७९९९५५९६१८

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