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गुरुवार, 7 मई 2015

DOHA SALILA: SANJIV

दोहा सलिला:
संजीव, सलमान खान 
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सजा सुनी तो हो गये, तुरत रुँआसे आप
रूह न कापी जब किये, हे दबंग! नित पाप
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उनका क्या ली नशे में, जिनकी पल में जान
कहे शरीअत आपकी, वे भी ले लें जान
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नायक ने नाटक किया, मिलकर मिली न जेल
मेल व्यवस्था से हुआ, खेल हो गयी बेल
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गायक जिसको पूछता, नहीं कोई भी आज 
 दे बयान यह चाहता, फिर से पा ले काज
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नायक-गायक को सुला, फुटपाथों पर रोज
कुछ कारें भिजवाइये, दे कुत्तों को भोज
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जिसने झूठी साक्ष्य दी, उस पर भी हो वाद
दंड वकीलों को मिले,  किया झूठ परिवाद
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टेर रहे काले हिरन, करो हमारा न्याय
जां के बदल जां मिले, बंद करो अन्याय
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