फेसबुक पर मेरे 4000 से अधिक मित्र हैं, जिनमें हजारों साहित्य धर्मी हैं; आई.आई.टी.( भारतीय प्राद्यौगिकी संस्थान ) कानपुर में एयरोस्पेस विभाग के उड़िया भाषी प्रोफेसर डॅा. डी.पी.मिश्रा जी, जो स्वयं एक अच्छे कवि, रचनाकार, चिंतक, दार्शनिक व राष्ट्रवादी भावना से ओतप्रोत व्यक्तित्व के धनी हैं, से भाषा व्याकरणों के तुलनात्मक अध्ययन पर एक कार्यशाला के आयोजन पर सहमति बनी है। आप में से सहभागिता के इच्छुक महानुभाव मुझसे सीधे मेरे सचलभाष 09336454204 पर सम्पर्क कर लें। मैं स्वयं भी उन सभी मित्रों से, जिनके सचलभाष फेसबुक पर उपलब्ध हैं, से सम्पर्क करने की कोशिश करूँगा। आई.आई.टी.में ठहराने व भोजन का उत्तरदायित्व हमारा रहेगा। इस हेतु आपके सुझाव भी आमंत्रित हैं।
दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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सोमवार, 9 फ़रवरी 2015
karyashala:
कार्यशाला : सूचना
विषय: भाषा व्याकरणों का तुलनात्मक अध्ययन
Yashbhansingh Tomar
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