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मंगलवार, 6 सितंबर 2011

विशेष आलेख: स्वाति नक्षत्र और साहित्यिक मान्यताएँ --- संजीव 'सलिल'

विशेष आलेख:                                                                          
स्वाति नक्षत्र और साहित्यिक मान्यताएँ
--संजीव 'सलिल'
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स्वाति संबंधी मेरी अल्प जानकारी निम्न है:


स्वाति शुभ नक्षत्र है. यह राशि चक्र के २७ नक्षत्रों अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेशा, मघा, पूर्व फाल्गुनी, उत्तर फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठ, मूला, पूर्व आषाढ़ा, उत्तर आषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, उत्तर भाद्रपद व रेवती में १५ वाँ नक्षत्र है. यह वायु से नियंत्रित होता है.

समान्तर कोष भाग २, पृष्ठ ५०५, क्र. ९२४.७  के अनुसार स्वाति का पर्याय तलवार भी है.

वृहत हिंदी कोष संपादक कालिका प्रसाद, राजवल्लभ सहाय व मुकुन्दी लाल श्रीवास्तव के अनुसार सूर्य की एक पत्नि का नाम स्वाति है.                                                                      

साहित्यिक मान्यताओं और जन-श्रुतियों के अनुसार स्वाति नक्षत्र में होने वाले जल वृष्टि की चाह में चातक 'पिऊ कहाँ' की टेर लगाता है तथा स्वाति नक्षत्र में गिरा जल पीकर चातक तृप्त होता है. यही जल सीप-गर्भ में जने पर मोती, वंश-वृक्ष (बांस) की जड़ में जाने पर वंशलोचन (आयुर्वेदिक औषधि), कदली-पत्र के समपार में कपूर तथा सर्प-मुख में गरल बनता है. 

स्वाति से संबंधित अन्य शब्द और उनके अर्थ : स्वातिकारी = कृषि देवी, स्वातिगिरि = एक नागकन्या, स्वाति पंथ / पथ = आकाशगंगा, स्वातिबिंदु = स्वाति नक्षत्र में गिरि जल की बूँद, स्वातिमुख = एक समाधि, एक किन्नर, स्वातिमुखा = एक नागकन्या, स्वातियोग = आषाढ़ के शुक्ल पक्ष में स्वाति नक्षत्र का चन्द्रमा के साथ योग, स्वातिसुत / सुवन = मुक्ता, मोती. 

हिंदी ज्योतिष के अनुसार;                                                               
स्वाति नक्षत्र का स्वरूप मोती के समान है (Swati nakshtra looks like a pearl)। इसे शुभ नक्षत्रों में गिना जाता है। इस नक्षत्र के विषय में मान्यता है कि, इस नक्षत्र के दौरान जब वर्षा की बूंदें मोती के मुख में पड़ती है तब सच्चा मोती बनता है, बांस में इसकी बूंदे पड़े तो बंसलोचन और केले में पड़े में कर्पूर बन जाता है। यानी देखा जाय तो यह नक्षत्र गुणों को बढ़ाने वाला व्यक्तित्व में निखार लाने वाला होता है। इस नक्षत्र के विषय में यह भी कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस नक्षत्र में पैदा लेते हैं वे मोती के समान उज्जवल होते हैं ( Native of swati nakshatra are shining like a pearl)।
                                                                                 
स्वाति नक्षत्र राहु का दूसरा नक्षत्र है (Swati is the second nakshatra of Rahu)। यह नक्षत्रमंडल में उपस्थित 27 नक्षत्रों में 15 वां है (Swati nakshtra is fifteenth Nakshatra of constellation) । इसकी राशि तुला होती है। इन सभी के प्रभाव के कारण इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति में सात्विक और तामसी गुणों का समावेश होता है (Native of swati nakshatra are combination of passion and Morality)। ये अध्यात्म में गहरी आस्था रखते हैं। आपका जन्म स्वाति नक्षत्र में हुआ है तो आप परिश्रमी होंगे और अपने परिश्रम के बल पर सफलता हासिल करने का ज़ज्बा रखते होंगे।

आप राहु के प्रभाव के कारण कुटनीतिज्ञ बुद्धि के होते है, राजनीति में आपकी बुद्धि खूब चलती हैं, राजनीतिक दांव पेंच और चालों को आप अच्छी तरह समझते हैं यही कारण है कि आप सदैव सतर्क और चौकन्ने रहते हैं। आप राजनीति में प्रत्यक्ष रूप से हों अथवा नहीं परंतु अपका व्यवहार आपको राजनैतिक व्यक्तित्व प्रदान करता है। आप अपना काम निकालना खूब जानते हैं। आप परिश्रम के साथ चतुराई का भी इस्तेमाल बखूबी करना जानते हैं। आप इस नक्षत्र के जातक हैं और सक्रिय राजनीति में हैं तो इस बात की संभावना प्रबल है कि आप सत्ता सुख प्राप्त करेंगे (If native of Swati nakshatra play an active role in politics, they get great position and success there) ।

सामाजिक तौर पर देखा जाए तो लोगों के साथ आपके बहुत ही अच्छे सम्बन्ध होते हैं क्योंकि आपका स्वभाव अच्छा होता है। आपके स्वभाव की अच्छाई एवं रिश्तों में ईमानदारी के कारण लोग आपके प्रति विश्वास रखते हैं। आपके हृदय में दूसरों के प्रति सहानुभूति और दया की भावना रहती है। लोगों के प्रति अच्छी भावना होने के कारण आपको जनता का सहयोग प्राप्त होता है और आपकी छवि उज्जवल रहती है।

आप स्वतंत्र विचारधारा के व्यक्ति होते हैं अत: आप दबाव में रहकर काम करने में विश्वास नहीं रखते हैं। आप जो भी कार्य करना चाहते है उसमें पूर्ण स्वतंत्रता चाहते हैं। नौकरी, व्यवसाय एवं आजीविका की दृष्टि से इनकी स्थिति काफी अच्छी रहती है। आप चाहे नौकरी करें अथवा व्यवसाय दोनों ही में कामयाबी हासिल करते हैं। आप काफी महत्वाकांक्षी होते हैं और सदैव ऊँचाईयों पर पहुंचने की आकांक्षा रखते हैं।                

आर्थिक मामलों में भी स्वाति नक्षत्र के जातक भाग्यशाली होते हैं, अपनी बुद्धि और चतुराई से काफी मात्रा में धन सम्पत्ति प्राप्त करते हैं (Native of Swati Nakshatra are lucky, they earn lots of money from their gumption and cunningness)। स्वाति नक्षत्र में पैदा होने वाले व्यक्ति पारिवारिक दायित्व को निभाना बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। अपने परिवार के प्रति काफी लगाव व प्रेम रखते हैं। आप सुख सुविधाओं से परिपूर्ण जीवन का आनन्द लेते हें। आपके व्यक्तित्व की एक बड़ी विशेषता यह होती है कि आप अपने प्रतिद्वंद्वी को सदा पराजित करते हैं और विजयी होते हैं।

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1 टिप्पणी:

sn Sharma ✆ द्वारा yahoogroups.com ekavita ने कहा…

आ० आचार्य जी ,
स्वाति नक्षत्र की व्याख्या इसके फलाफल और इसकी
ज्योतिष संबंधी विस्तृत जानकारी प्रकाशित करने के
लिये आपका आभारी हूँ | आपका ज्योतिष-ज्ञान भी
गहन और सराहनीय है | नमन
सादर
कमल