कुल पेज दृश्य

बुधवार, 15 नवंबर 2017

शुभ सबेरा

चीर तम का चीर आता,
रवि उषा के साथ.
दस दिशाएँ करें वंदन
भले आए नाथ.
करें करतल-ध्वनि बिरछ मिल,
सलिल-लहर हिलोर.
'भोर भई जागो' गाती है
प्रात-पवन झकझोर.

कोई टिप्पणी नहीं: