हास्य रचना
प्रिय बनकर जब लूटे डाकू
क्या बोलोगे उसको काकू?
जेब काट ले प्राण निकाल
बचो, आप को आप सम्हाल.
घातक अधिक न उससे चाकू
जान बचा छोडो तम्बाकू
दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
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