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गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

परिचय २०२४

परिचय : आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल'।

संपर्क: विश्व वाणी हिंदी संस्थान, ४०१ विजय अपार्टमेंट, नेपिअर टाउन, जबलपुर ४८२००१ मध्य प्रदेश। ईमेल- salil.sanjiv@gmail.com, वाट्सऐप ९४२५१८३२४४, चलभाष जिओ ७९९९५५९६१८।

जन्म: २०-८-१९५२, मंडला मध्य प्रदेश।

माता-पिता: स्व. शांति देवी - स्व. राज बहादुर वर्मा।

प्रेरणास्रोत: बुआश्री महीयसी महादेवी वर्मा।

शिक्षा: त्रिवर्षीय डिप्लोमा सिविल अभियांत्रिकी, बी.ई., एम.आई.ई., एम.आई.जी. एस.,विशारद, एम.ए. (अर्थशास्त्र, दर्शनशास्त्र), एल-एल. बी., डिप्लोमा पत्रकारिता, डी. सी. ए.।

उपलब्धि :
- जीवन परिचय प्रकाशित ७ साहित्यकार कोश।
- 'हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी अंब विमल मति दे' सरस्वती शिशु मंदिरों में दैनिक प्रार्थना करोड़ों विद्यार्थियों द्वारा गायन।
- इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियर्स द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी में तकनीकी लेख 'वैश्विकता के निकष पर भारतीय यांत्रिकी संरचनाएँ को द्वितीय श्रेष्ठ - तकनीकी प्रपत्र पुरस्कार महामहिम राष्ट्रपति द्वारा।
- विश्व रिकॉर्डधारी तीन ग्रंथों भारत को जानें, आयुर्वेद को जानें तथा संविधान को जानें में सहभागी।
- २१ वीं सदी के अंतर्राष्ट्रीय श्रेष्ठ व्यंग्यकार में सहभागी।
- नवगीत के सृजन सारथी भाग २ में सहभागी।
- नई सदी के प्रतिनिधि दोहाकार में सहभागी ।
- १५ उपनिषदों का हिंदी काव्यानुवाद।
- ५०० से अधिक नए छंदों की रचना।
- १६ भाषाओं/बोलिओं (हिंदी, संस्कृत, उर्दू, अंग्रेजी, बुंदेली, पचेली, छत्तीसगढ़ी, मालवी, निमाड़ी, बृज, हाड़ौती, भोजपुरी, सरायकी, गढ़वाली, मैथिली, अंगिका) में काव्य रचना।
- ७५ सरस्वती वंदना लेखन।
- इंटरनेट पर हिंदी छंदों तथा हिंदी अलंकारों पर दो वर्षीय लेखमालाएँ।

- विशेष: विश्व रिकॉर्ड

- विविध अभियंता संस्थाओं के माध्यम से जबलपुर में भारतरत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या की ९ मूर्तियाँ स्थापित।
- हिंदी में ३२१ सॉनेट, ३२ सोनेटकारों का प्रथम संकलन संपादित-प्रकाशित।
- हिंदी में प्रथम सोरठा सतसई (डॉ। संतोष शुक्ला) का संपादन-प्रकाशन।
- ट्रू मिडिया पत्रिका दिल्ली द्वारा व्यक्तित्व-कृतित्व पर विशेषांक प्रकाशित।
- 'सलिल : एक साहित्यिक निर्झर' व्यक्तित्व-कृतित्व पर पुस्तक, लेखिका मनोरमा जैन 'पाखी', मुरैना।

संप्रति:
- पूर्व कार्यपालन यंत्री / पूर्व संभागीय परियोजना यंत्री लोक निर्माण विभाग म. प्र.।
- अध्यक्ष इंडियन जिओटेक्नीकल सोसायटी जबलपुर चैप्टर।
- अधिवक्ता म. प्र. उच्च न्यायालय।
- सभापति विश्ववाणी हिंदी संस्थान अभियान जबलपुर।
- संचालक समन्वय प्रकाशन संस्थान जबलपुर।
- पूर्व वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष / महामंत्री राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद जयपुर।
- पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा दिल्ली।
- पूर्व उपाध्यक्ष, अध्यक्ष लोक निर्माण समिति, पत्रिका संपादक म.प्र. डिप्लोमा इंजीनियर्स असोसिएशन भोपाल।
- संरक्षक राजकुमारी बाई बाल निकेतन जबलपुर।

प्रकाशित कृतियाँ:
१. कलम के देव, (भक्ति गीत संग्रह १९९७),
२. भूकंप के साथ जीना सीखें, (जनोपयोगी तकनीकी १९९७),
३. लोकतंत्र का मक़बरा, (कविताएँ २००१),
४. मीत मेरे, (कविताएँ २००२),
५. सौरभः, (संस्कृत श्लोकों का दोहानुवाद) २००३, सहलेखन,
६. काल है संक्रांति का, नवगीत संग्रह २०१६,
७. कुरुक्षेत्र गाथा, प्रबंध काव्य सहलेखन २०१६,
८. सड़क पर, नवगीत संग्रह,
९. ओ मेरी तुम, श्रृंगार गीत संग्रह २०२१,
१०. आदमी अभी जिन्दा है, लघुकथा संग्रह २०२२,
११. इक्कीस श्रेष्ठ (आदिवासी) लोककथाएँ मध्य प्रदेश २०२२,
१२. इक्कीस श्रेष्ठ बुंदेली लोककथाएँ मध्य प्रदेश २०२२।
१३. सरस छंद है सोरठा, (सोरठा सतसई) यंत्रस्थ।
१४. दिव्य ग्रह, प्रबंध काव्य यंत्रस्थ।
१५. सॉनेट सतसई, यंत्रस्थ।

संपादन:
(क) कृतियाँ: १. निर्माण के नूपुर (अभियंता कवियों का संकलन १९८३),२. नींव के पत्थर (अभियंता कवियों का संकलन १९८५), ३. राम नाम सुखदाई १९९९ तथा २००९, ४. तिनका-तिनका नीड़ २०००, ५. ऑफ़ एंड ओन (अंग्रेजी ग़ज़ल संग्रह) २००१, ६. यदा-कदा (ऑफ़ एंड ऑन का हिंदी काव्यानुवाद) २००४, ७ . द्वार खड़े इतिहास के २००६, ८. समयजयी साहित्यशिल्पी प्रो. भागवतप्रसाद मिश्र 'नियाज़' (विवेचना) २००६, ९-१०. काव्य मंदाकिनी २००८ व २०१०, ११, दोहा दोहा नर्मदा २०१८, १२. दोहा सलिला निर्मला २०१८, १३. दोहा दीप्त दिनेश २०१८, हिंदी सॉनेट सलिला २०२३ (३२ सॉनेटकारों के ३२१ सॉनेट)।

(ख) स्मारिकाएँ: १. शिल्पांजलि १९८३, २. लेखनी १९८४, ३. इंजीनियर्स टाइम्स १९८४, ४. शिल्पा १९८६, ५. लेखनी-२ १९८९, ६. संकल्प १९९४,७. दिव्याशीष १९९६, ८. शाकाहार की खोज १९९९, ९. वास्तुदीप २००२ (विमोचन स्व. कुप. सी. सुदर्शन सरसंघ चालक तथा भाई महावीर राज्यपाल मध्य प्रदेश), १०. इंडियन जिओलॉजिकल सोसाइटी सम्मेलन २००४, ११. दूरभाषिका लोक निर्माण विभाग २००६, (विमोचन श्री नागेन्द्र सिंह तत्कालीन मंत्री लोक निर्माण विभाग म. प्र.) १२. निर्माण दूरभाषिका २००७, १३. विनायक दर्शन २००७, १४. मार्ग (IGS) २००९, १५. भवनांजलि (२०१३), १७. आरोहण रोटरी क्लब २०१२, १७. अभियंता बंधु (IEI) २०१३।

(ग) पत्रिकाएँ: १. चित्राशीष १९८० से १९९४, २. एम.पी. सबॉर्डिनेट इंजीनियर्स मंथली जर्नल १९८२ - १९८७, ३. यांत्रिकी समय १९८९-१९९०, ४. इंजीनियर्स टाइम्स १९९६-१९९८, ५. एफोड मंथली जर्नल १९८८-९०, ६. नर्मदा साहित्यिक पत्रिका २००२-२००४, ७. शब्द समिधा २०१९।
साहित्य त्रिवेणी त्रैमासिकी कोलकाता भारतीय छंद विधान विशेषांक अप्रैल-सितंबर १९१८ के अतिथि संपादक।
मासिकी शिखर वार्ता भोपाल के भूकंप अंक में जबलपुर भूकंप १९९३ संबंधी आमुख कथा प्रकाशित।

(घ). भूमिका लेखन: ८५ पुस्तकें।

(च). तकनीकी लेख: १५।

(छ). समीक्षा: ३०० से अधिक।

अप्रकाशित कार्य-
मौलिक कृतियाँ:
जंगल में जनतंत्र, कुत्ते बेहतर हैं ( लघुकथाएँ), आँख के तारे (बाल गीत), दर्पण मत तोड़ो (गीत), आशा पर आकाश (मुक्तक), पुष्पा जीवन बाग़ (हाइकु), काव्य किरण (कवितायें), जनक सुषमा (जनक छंद), मौसम ख़राब है (गीतिका), गले मिले दोहा-यमक (दोहा), दोहा-दोहा श्लेष (दोहा), मूं मत मोड़ो (बुंदेली), जनवाणी हिंदी नमन (खड़ी बोली, बुंदेली, अवधी, भोजपुरी, निमाड़ी, मालवी, छत्तीसगढ़ी, राजस्थानी, सिरायकी रचनाएँ), छंद कोश, अलंकार कोश, मुहावरा कोश, दोहा गाथा सनातन, छंद बहर का मूल है, तकनीकी शब्दार्थ सलिला।

अनुवाद:
(अ) ७ संस्कृत-हिंदी काव्यानुवाद: नर्मदा स्तुति (५ नर्मदाष्टक, नर्मदा कवच आदि), शिव-साधना (शिव तांडव स्तोत्र, शिव महिम्न स्तोत्र, द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्र आदि),रक्षक हैं श्री राम (रामरक्षा स्तोत्र), गजेन्द्र प्रणाम ( गजेन्द्र स्तोत्र), नृसिंह वंदना (नृसिंह स्तोत्र, कवच, गायत्री, आर्तनादाष्टक आदि), महालक्ष्मी स्तोत्र (श्री महालक्ष्यमष्टक स्तोत्र), विदुर नीति।

(आ) पूनम लाया दिव्य गृह (रोमानियन खंडकाव्य ल्यूसिआ फेरूल)।

(इ) सत्य सूक्त (दोहानुवाद)।

रचनायें प्रकाशित: मुक्तक मंजरी (४० मुक्तक), कन्टेम्परेरी हिंदी पोएट्री (८ रचनाएँ परिचय), ७५ गद्य-पद्य संकलन, लगभग ४०० पत्रिकाएँ। मेकलसुता पत्रिका में २ वर्ष तक लेखमाला 'दोहा गाथा सनातन' प्रकाशित, पत्रिका शिकार वार्ता में भूकंप पर आमुख कथा।

अंतरजाल पर- १९९८ से सक्रिय, हिन्द युग्म पर छंद-शिक्षण २ वर्ष तक, साहित्य शिल्पी पर 'काव्य का रचनाशास्त्र' ८० अलंकारों पर लेखमाला, शताधिक छंदों पर लेखमाला।
विशेष उपलब्धि: ५०० से अधिक नए छंदों की रचना।, हिंदी, अंग्रेजी, बुंदेली, मालवी, निमाड़ी, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, अवधी, बृज, राजस्थानी, सरायकी, नेपाली आदि में काव्य रचना।

सम्मान- ११ राज्यों (मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हरयाणा, दिल्ली, गुजरात, छत्तीसगढ़, असम, बंगाल, झारखण्ड) की विविध संस्थाओं द्वारा शताधिक सम्मान तथा अलंकरण। प्रमुख - संपादक रत्न २००३ श्रीनाथद्वारा, सरस्वती रत्न आसनसोल, विज्ञान रत्न, २० वीं शताब्दी रत्न हरयाणा, आचार्य हरयाणा, वाग्विदाम्बर उत्तर प्रदेश, साहित्य वारिधि, साहित्य शिरोमणि, वास्तु गौरव, मानस हंस, साहित्य गौरव, साहित्य श्री(३) बेंगलुरु, काव्य श्री, भाषा भूषण, कायस्थ कीर्तिध्वज, चित्रांश गौरव, कायस्थ भूषण, हरि ठाकुर स्मृति सम्मान, सारस्वत साहित्य सम्मान, कविगुरु रवीन्द्रनाथ सारस्वत सम्मान कोलकाता, युगपुरुष विवेकानंद पत्रकार रत्न सम्मान कोलकाता, साहित्य शिरोमणि सारस्वत सम्मान, भारत गौरव सारस्वत सम्मान, सर्वोच्च कामता प्रसाद गुरु वर्तिका अलंकरण जबलपुर, उत्कृष्टता प्रमाणपत्र, सर्टिफिकेट ऑफ़ मेरिट, लोक साहित्य शिरोमणि अलंकरण गुंजन कला सदन जबलपुर २०१७, सर्वोच्च राजा धामदेव अलंकरण २०१७ गहमर, युग सुरभि २०१७, सर्वोच्च भवानी प्रसाद तिवारी प्रसंग अलंकरण जबलपुर २०२०, सर्वोच्च भारतेंदु पुरस्कार (५०००/-) उत्कर्ष साहित्य अकादमी दिल्ली २०२२ आदि।
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