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बुधवार, 11 अक्तूबर 2023

हाइकु

 हाइकु

*
चंद्र विजय
वामन से विराट
होने की कथा।
*
भारत बना
प्रगति का पर्याय
चंद्र पर जा।
*
इसरो लिखे
नवल इतिहास
पुरुषार्थ का।
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त्रुटिविहीन
तकनीक व शिल्प
अनुकरणीय।
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हुईं निराश
चंद्र मुख निरख
चंद्रमुखियाँ।
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चढ़ाया जल
चंद्र पर सदियों
खोजे प्रज्ञान।
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मून पर जा
मनाएँ हनीमून
रईसजादे।
*
चंद्र बिसार
भू का कर मंगल
छोड़ दंगल।
*
बन सकते
कंकर से शंकर
प्रयास कर।
*
बिंदु मिलते
बन रेखा गढ़ते
शत आकार।
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सुमन गंध
करती सुवासित
सारा जगत
*
वीणा के तार
चोट खाकर भी
गुनगुनाते।
*
गले लगाओ
विपदा के मारों को
पीड़ा कम हो।
*
११.१०.२०२३

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