कुल पेज दृश्य

saraswati vandna kavyanuvad लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
saraswati vandna kavyanuvad लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 8 दिसंबर 2018

वीणावादिनी वंदना

काव्यानुवाद
वीणावादिनी वंदना
*
सकल सुरासुर सामिनी, सुणि माता सरसत्ति।
विनय करीन इ वींनवूं, मुझ तउ अविरल मत्ति।।
(संवत १६७७, ढोल मारू दा दोहा से)
*
सुरसुरों की स्वामिनी, सुनें शारदा मात।
विनय करूँ सर नवा दो, निर्मल मति सौगात।।