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रविवार, 14 अप्रैल 2019

समानिका छंद

ॐ 
छंद बहर का मूल है: २ 
*
छंद परिचय:
ग्यारह मात्रिक रौद्र जातीय छंद।
सप्तवार्णिक उष्णिक जातीय समानिका छंद।
संरचना: SIS ISI S
सूत्र: रगण जगण गुरु / रजग।
बहर: फ़ाइलुं मुफ़ाइलुं ।
*
सूर्य आप भी बने
*
सत्य को न मारना
झूठ से न हारना
गैर को न पूजना
दीन से न भागना
बात आत्म की सुनें
सूर्य आप भी बने
*
काम काम से रखें
राम-राम भी भजें
डूब राग-रंग में
धर्म-कर्म ना तजें
शुभ विचार कर गुनें
सूर्य आप भी बने
*
देव दैत्य आप हैं
पुण्य-पाप आप हैं
आप ही बुरे-भले
आप ही उगे-ढले
साक्ष्य भाव से जियें
सूर्य आप भी बने
१४.४.२०१७
***

शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017

chhand-bahar

ॐ 
छंद बहर का मूल है: २ 
*
छंद परिचय:
ग्यारह मात्रिक रौद्र जातीय छंद।
सप्तवार्णिक उष्णिक जातीय समानिका छंद।
संरचना: SIS ISS
सूत्र: रगण जगण गुरु / रजग। 
बहर: फ़ाइलुं मुफ़ाइलुं ।
*
सूर्य आप भी बने 
          * 
सत्य को न मारना 
झूठ से न हारना 
गैर को न पूजना 
दीन से न भागना 
बात आत्म की सुनें 
सूर्य आप भी बने 
          * 
काम काम से रखें 
राम-राम भी भजें 
डूब राग-रंग में 
धर्म-कर्म ना तजें                                     
शुभ विचार कर गुनें 
सूर्य आप भी बने 
          * 
देव दैत्य आप हैं 
पुण्य-पाप आप हैं
आप ही बुरे-भले 
आप ही उगे-ढले 
साक्ष्य भाव से जियें 
सूर्य आप भी बने 
१४.४.२०१७ 
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