
नर्मदे हर हर हर नर्मदे
अंशलाल पंद्रे
नर्मदे हर हर हर नर्मदे
मध्ये गंगे हर नर्मदे
अमरकंटक प्रकट्य सलिला
भड़ौच सागरमय सलिला
नर्मदे हर ...
मैकल सुता रेवा दिव्या
जल रूप हे देवी धन्या
नर्मदे हर ...
जन जन कल्याणी सुखजन्या
संपूर्ण जगतमय पूजन्या
नर्मदे हर ...
कंकड़ हर शंकर नर्मदेश्वर
ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर
नर्मदे हर ...
माहात्म्य नर्मदा प्रदक्षिणा
सर्व सिद्धि दायिनि मोक्षणा
नर्मदे हर ...
5 टिप्पणियां:
सरस, मधुर, गेय नर्मदा स्तुति रचने हेतु पंद्रे जी तथा प्रस्तुत करने हेतु विवेक जी का आभार.
नर्मदा मात को नमन |
अवनीश तिवारी
I like it.
narmada maiya ki stuti bahut saras hi.
nice one.
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