जबलपुर दर्शन :

कौआ डोल चट्टान: बैलेंस्ड रॉक

मदनमहल : गोंडकालीन सुरक्षा चौकी

घंटाघर

सदर बाजार: अंग्रेज काल में

रेलवे स्टेशन

नर्मदा तट पर मेघदूत

संगमरमरीव्दियों में नर्मदा प्रवाह












भैड़ाघाट की संगमरमरी शिलाएं

रोप वे भेड़ाघाट

ट्राली से धुआंधार दर्शन

धुआंधार जलप्रपात

परियट नदी


नर्मदा पर प्रथम बाँध: बरगी बांध


शिव प्रतिमा कचनार

भंवरताल उद्यान: ओशो की ध्यानस्थली

विनोबा जी के शब्दों में संस्कारधानी

मदन महल स्टेशन अंडर ब्रिज

बरसात आनंद या विभीषिका?

विद्यत्प्रदाय केंद्र

आकाशवाणी केंद्र

मौसम है आशिक़ाना?

जांबाज़ जवान: डेयर डेविल्स


कौआ डोल चट्टान: बैलेंस्ड रॉक

मदनमहल : गोंडकालीन सुरक्षा चौकी

घंटाघर

सदर बाजार: अंग्रेज काल में

रेलवे स्टेशन

नर्मदा तट पर मेघदूत

संगमरमरीव्दियों में नर्मदा प्रवाह












भैड़ाघाट की संगमरमरी शिलाएं

रोप वे भेड़ाघाट

ट्राली से धुआंधार दर्शन

धुआंधार जलप्रपात

परियट नदी


नर्मदा पर प्रथम बाँध: बरगी बांध


शिव प्रतिमा कचनार

भंवरताल उद्यान: ओशो की ध्यानस्थली

विनोबा जी के शब्दों में संस्कारधानी

मदन महल स्टेशन अंडर ब्रिज

बरसात आनंद या विभीषिका?

विद्यत्प्रदाय केंद्र

आकाशवाणी केंद्र

मौसम है आशिक़ाना?

जांबाज़ जवान: डेयर डेविल्स

15 टिप्पणियां:
sn Sharma ahutee@gmail.com [eChintan
Kusum Vir kusumvir@gmail.com [eChintan]
आ० आचार्य जी,
जबलपुर के विभिन्न मनोरम स्थलों का दर्शन कराने के लिए आपका बहुत धन्यवाद l
सादर,
कुसुम
कुसुम जी
जबलपुर दर्शन हेतु सपरिवार पधारिये.
Kusum Vir kusumvir@gmail.com [eChintan] wrote:
निमंत्रण के लिए बहुत आभार, आ० आचार्य जी l
सादर,
कुसुम
Ram Gautam gautamrb03@yahoo.com [eChintan]
आ. आचार्य संजीव 'सलिल' जी,
जबलपुर का पुनः २४ चित्रों के द्वारा अवलोकन हुआ, १९७५ की यादें फिर
जबलपुर के धुँआंधार, बंदर कूदनी ( जहां संत ज्ञानेश्वर' फिल्म की सूटिंग
हुई थी), घंटाघर, रेलवे स्टेशन, चौसठ जोगिनी का मंदिर, बाई की बगिया
के पास की खोये की बनी जलेबियाँ तथा पहाड़ों पर मंदिर आदि अभी भी
याद हैं | कभी समय हुआ तो पुनः जाने का मन बनाऊँगा |
नर्मदा तट का अनुपम दृश्य जहा पत्थर में दरारें होने के कारण पास जाने में
दर लगता था | आपका बहुत- बहुत आभार |
सादर- गौतम
apka man tript huaa to mujhe neelkanth darsh ka punya milega hi.
'Dr.M.C. Gupta' mcgupta44@gmail.com [eChintan]
Thanks for the Jabalpur Jhanki.
--M C Gupta
आपकी सराहना सम्बल. धन्यवाद
आदरेय कमल जी
जबलपुर पधारकर माँ नर्मदा के दर्शन कर हमें कृतकृत्य करें.
vijay3@comcast.net [eChintan]
आचार्य जी,
इतने सुन्दर चित्रों द्वारा हमें जबलपुर से परिचित कराने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद।
देखते गए, और मन किया कि और भी हों। सच, बहुत धन्यवाद।
सादर,
विजय निकोर
मंजु महिमा manjumahimab8@gmail.com [eChintan
salil ji,
हल्दी लगी ना फिटकरी और रंग चोखा आया. घर बैठे ही आपने जबलपुर की सैर करवा दी...आनंद मिला सुंदर चित्रों के साथ...
धन्यवाद..
सादर
मंजु महिमा.
मंजु महिमा manjumahimab8@gmail.com [eChintan
salil ji,
हल्दी लगी ना फिटकरी और रंग चोखा आया. घर बैठे ही आपने जबलपुर की सैर करवा दी...आनंद मिला सुंदर चित्रों के साथ...
धन्यवाद..
सादर
मंजु महिमा.
Ravindra Munshi munshiravi@gmail.com [eChintan]
जबलपुर इंजीनियरिंग कालेज़ जाने का( परीक्षा कार्यों से) कई बार अवसर मिला था . डा. सरना, डा. वीं के जैन आदि मेरे प्रिय मित्र रहे हैं, दुर्भाग्य से उस समय सलिल साहब से परिचय नहीं था, अन्यथा उनके दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त हो जाता। अपने किसी भी प्रवास के दौरान इन स्थानों को देखने का अवसर प्राप्त नहीं हुआ था, सलिल जी का बहुत बहुत धन्यवाद, चित्रों द्वारा इनसे परिचय का अवसर प्रदान करने के लिये।
--
iडा. रवीन्द्र नाथ मुंशी
डॉ. सरना, डॉ. जैन मेरे गुरु रहे हैं. दोनों को प्रणाम। मंजू जी, मुंशी जी आपको चित्र पसंद आये तो प्रयास सार्थक हुआ.
vijay ji dhanyavad.
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