दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 8 जनवरी 2019

सरस्वती वंदना saraswati vandana

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संवत १६७७ में रचित ढोला मारू दा दूहा से सरस्वती वंदना का दोहा : सकल सुरासुर सामिनी, सुणि माता सरसत्ति. विनय करीन इ वीनवुं, मुझ घउ अविरल मत्...
गुरुवार, 30 जनवरी 2014

saraswati vandana 1

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​ ​​ ​​ सरस्वती वंदना 1  संजीव * हे हंसवाहिनी! ज्ञान दायिनी!! अम्ब विमल मति दे … * नंदन कानन हो यह धरती पाप-ताप जीवन का हरती हर...
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