दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 23 अप्रैल 2019

दोहा / द्विपदी

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द्विपदी  * सबको एक नजर से कैसे देखूँ ? आँखें भगवान् ने दो-दो दी हैं  * उनको एक नजर से ज्योंही देखा  आँख मारी? कहा और पीट दिया  * दोहा...
शुक्रवार, 18 अगस्त 2017

muktak

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मुक्तक ढाले- दिल को छेदकर तीरे-नज़र जब चुभ गयी, सांस तो चलती रही पर ज़िन्दगी ही रुक गयी। तरकशे-अरमान में शर-हौसले भी कम न थे - ...
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