दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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बुधवार, 4 जून 2025

जून ४, मदनाग छंद , आंकिक उपमान, सॉनेट, मदन मस्त, मानव छंद, मुक्तिका, नवगीत, राजेन्द्र वर्मा

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सलिल सृजन जून ४ * सॉनेट ० मदन मस्त तुम महकते लेकिन नहीं पराग है मन में तनिक न आग है ऊँचे-लंबे गमकते। कभी न देखा चहकते पर्ण वसन बेदाग है सुमन...
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