दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
बुधवार, 21 जुलाई 2021
हाइकु सलिला
हाइकु सलिला * हाइकू लिखा मन में झाँककर अदेखा दिखा। * पानी बरसा तपिश शांत हुई मन विहँसा। * दादुर कूदा पोखर में झट से छप - छपाक। * पतंग उड़ी पवन बहकर लगा डराने * हाथ ले डोर नचा रहा पतंग दूसरी ओर *
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