दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
शनिवार, 1 मई 2021
मुक्तिका पारिजात छंद
मुक्तिका पारिजात छंद गण सूत्र: रगण + लघु मापनी: २१२१ * तीन चार बाँट प्यार . खेल खेल आर-पार . जा न भूल ले उधार * रीति नीति हैं न भार * लोक लाज हो सिंगार . मित्र-शत्रु हैं हजार . फूल-शूल जीत-हार * संवस ७९९९५५९६१८
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