दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
गुरुवार, 8 अप्रैल 2021
दोहा
दोहा सलिला देवी इतनी प्रार्थना, रहे हमेशा होश काम 'सलिल' करता रहे, घटे न किंचित जोश * कौन किसी का सगा है, और पराया कौन? जब भी चाहा जानना, उत्तर पाया मौन *
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