दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
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शनिवार, 5 दिसंबर 2020
द्विपदियाँ
दो द्विपदियाँ - दो स्थितियाँ * साथ थे तन न मन 'सलिल' पल भर शेष शैया पे करवटें कितनी * संग थे तुम नहीं रहे पल भर हैं मगर मन में चाहतें कितनी *
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