दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020
दोहा सलिला
दोहा सलिला * स्नेह-सलिल की लहर सम, बहिये जी भर मीत कूल न तोड़ें बाढ़ बन, यह जीवन की रीत * मिले प्रेरणा तो बने, दोहा गीत तुरंत सदा सदय माँ शारदा, साक्षी दिशा-दिगंत *
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें