दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
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बुधवार, 1 मई 2019
हाईकु, haiku
श्रद्धा सहित * वृष देव को नमन मनुज का सदा छाँव दो * 'सलिल' सुमिर प्रभु पद पद्मों को बन भ्रमर * सब में रब कभी न भूलना रब के सब * ईंट-रेट का मंदिर मनहर ईश लापता * मितवा दूँ क्य? क्षण भंगुर जग भौतिक सारा * है उद्गाता मनुज धरम की भारत माता * (रचना काल १९९८)
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