दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
गुरुवार, 26 जुलाई 2018
द्विपदी ग़ज़ल
द्विपदी गजल * ग़ज़ल कहती न तू आ भा, ग़ज़ल कहती है जी मुझको बताऊँ मैं उसे कैसे, जिया है हमेशा तुझको
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