छंद सलिला:
मरहठा माधवी
छंद
संजीव
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छंद लक्षण: जाति महायौगिक, प्रति पद २९ मात्रा, यति ११-८-१०, पदांत लघु गुरु।
लक्षण छंद:
पिंगल से कर प्रीत, ह्रदय ले जीत, मरहठा माधवी
नेह नर्मदा धार, करे सिंगार, सजन हित साध भी
रूद्र योग अवतार, हरे भू भार, करे सुख-शांति भी
लघु-गुरु रख पद-अंत, मौन ज्यों संत, हरे हर भ्रांति भी
नेह नर्मदा धार, करे सिंगार, सजन हित साध भी
रूद्र योग अवतार, हरे भू भार, करे सुख-शांति भी
लघु-गुरु रख पद-अंत, मौन ज्यों संत, हरे हर भ्रांति भी
संकेत: रूद्र = ग्यारह, योग = अष्टांग =८, अवतार = दशावतार = १०
उदाहरण:
१. विपदा में मत ढहें, जमा पग रहें, छुएँ आकाश को
सार्थक सच ही कहें, 'सलिल' सम बहें, तोड़ हर पाश को
सरसिज जैसे खिलें, अधर मत सिलें, सुरभि फैलाइये
सार्थक सच ही कहें, 'सलिल' सम बहें, तोड़ हर पाश को
सरसिज जैसे खिलें, अधर मत सिलें, सुरभि फैलाइये
रचकर सुमधुर छंद, लुटा आनंद, जगत महकाइये
२. कभी न छोड़ें आस, रखें विश्वास, न डरकर भागिए
करना सतत प्रयास, न तजना आस, नींद तज जागिए
करना सतत प्रयास, न तजना आस, नींद तज जागिए
गढ़ना नव इतिहास, अधर रख हास, न हिम्मत हारिए
मन मत करें उदास, प्राण-मन ख़ास, लक्ष्य पर वारिए
३. अक्षर है अराध्य, छंद शुचि साध्य, गीत है आरती
मैया को नित पूज, धरा गौ सहित, मातु है भारती
अंतर में अंतरा, सतत गुनगुना, बहा रस धार भी
हर ले हर दुखड़ा, सरस मुखड़ा, 'सलिल' मनुहार भी अंतर में अंतरा, सतत गुनगुना, बहा रस धार भी
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(अब तक प्रस्तुत छंद: अखण्ड, अग्र, अचल, अचल धृति, अनुगीत, अरुण, अवतार, अहीर, आर्द्रा, आल्हा, इंद्रवज्रा, उड़ियाना, उपमान, उपेन्द्रवज्रा, उल्लाला, एकावली, कुकुभ, कज्जल, कामरूप, कामिनीमोहन, काव्य, कीर्ति, कुण्डल, कुडंली, गीता, गीतिका, गंग, घनाक्षरी, चौबोला, चंडिका, चंद्रायण, छवि, जग, जाया, तांडव, तोमर, त्रिलोकी, दिक्पाल, दीप, दीपकी, दोधक, दृढ़पद, धारा, नित, निधि, निश्चल, प्लवंगम्, प्रतिभा, प्रदोष, प्रभाती, प्रेमा, बाला, भव, भानु, मंजुतिलका, मदनअवतार, मदनाग, मधुभार, मधुमालती, मनहरण घनाक्षरी, मनमोहन, मनोरम, मरहठा, मरहठा माधवी, मानव, माली, माया, माला, मोहन, मृदुगति, योग, ऋद्धि, रसामृत, रसाल, राजीव, राधिका, रामा, रूपमाला, रोला, लीला, वस्तुवदनक, वाणी, विद्या, विधाता, विरहणी, विशेषिका, विष्णुपद, शक्तिपूजा, शशिवदना, शाला, शास्त्र, शिव, शुभगति, शोभन, शुद्धगा, शंकर, सरस, सार, सारस, सिद्धि, सिंहिका, सुखदा, सुगति, सुजान, सुमित्र, संपदा, हरि, हरिगीतिका, हेमंत, हंसगति, हंसी)
Sanjiv verma 'Salil'
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chhand, marhatha madhvi chhand, acharya sanjiv verma 'salil'
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