दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
शुक्रवार, 16 मई 2014
सन्देश; हिंदी पर गर्व करें
सन्देश; हिंदी पर गर्व करें, न बोल सकें तो शर्म
*
हिंदी आता माढ़िये, उर्दू मोयन डाल
'सलिल' संस्कृत सान दे, पूड़ी बने कमाल
*
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें