दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
आ० आचार्य जी, आपके सुझावानुसार पहली बार आपके ब्लॉग पर गया और वहाँ कई सुखद अनुभूतियाँ हुईं|सांध्य सुंदरी पर चित्र पर ही लिखा आपका छन्द मन मोह गया | धन्य है, आपकी लेखनी को पुनः नमन| प्रकृति की छटा पर कविता मेरा प्रिय विषय रहा है| प्रतिक्रिया में- जीवन की संध्या वेला में सांध्य-किरण का कुमकुम चन्दन गीतों में भर भर कर अर्पित करता रहता चंचल कवि मन सादर , कमल
sn Sharma ✆ द्वारा yahoogroups.com
जवाब देंहटाएंkavyadhara
आ० आचार्य जी,
आपके सुझावानुसार पहली बार आपके ब्लॉग पर गया और वहाँ कई सुखद अनुभूतियाँ हुईं|सांध्य सुंदरी पर चित्र पर ही लिखा आपका छन्द मन मोह गया | धन्य है, आपकी लेखनी को पुनः नमन| प्रकृति की छटा पर कविता मेरा प्रिय विषय रहा है| प्रतिक्रिया में-
जीवन की संध्या वेला में
सांध्य-किरण का कुमकुम चन्दन
गीतों में भर भर कर अर्पित
करता रहता चंचल कवि मन
सादर ,
कमल