बुधवार, 30 दिसंबर 2009

नव वर्ष पर नवगीत: महाकाल के महाग्रंथ का --संजीव 'सलिल'

नव वर्ष पर नवगीत

संजीव 'सलिल'
*

महाकाल के महाग्रंथ का

नया पृष्ठ फिर आज खुल रहा....

*

वह काटोगे,

जो बोया है.

वह पाओगे,

जो खोया है.

सत्य-असत, शुभ-अशुभ तुला पर

कर्म-मर्म सब आज तुल रहा....

*

खुद अपना

मूल्यांकन कर लो.

निज मन का

छायांकन कर लो.

तम-उजास को जोड़ सके जो

कहीं बनाया कोई पुल रहा?...

*

तुमने कितने

बाग़ लगाये?

श्रम-सीकर

कब-कहाँ बहाए?

स्नेह-सलिल कब सींचा?

बगिया में आभारी कौन गुल रहा?...

*

स्नेह-साधना करी

'सलिल' कब.

दीन-हीन में

दिखे कभी रब?

चित्रगुप्त की कर्म-तुला पर

खरा कौन सा कर्म तुल रहा?...

*

खाली हाथ?

न रो-पछताओ.

कंकर से

शंकर बन जाओ.

ज़हर पियो, हँस अमृत बाँटो.

देखोगे मन मलिन धुल रहा...

**********************

http://divyanarmada.blogspot.com

12 टिप्‍पणियां:

  1. आप और आपके परिवार के लिए नव वर्ष की शुभ कामनाएं






    सादर,
    सुधा, ओम, विभु ढींगरा

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  2. आ० आचार्य जी,

    अति सुन्दर रचना | " शुभ सत चित आनंद है, शुभ नाद लय स्वर छंद है "

    सत्य को उजागर करती भाव भरी पंक्ति |

    आपकी रचना को नमन |

    कमल

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  3. Sanjeev ji,

    HAPPY NEW YEAR!!

    With best wishes

    Shanno

    जवाब देंहटाएं
  4. I EXPRESS MY SINCERE WISHES FOR A VERY HAPPY AND PROSPEROUS NEW YEAR
    2010.

    जवाब देंहटाएं
  5. ramji giri

    सुन्दर लेखनी है आपकी,बन्धु...

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  6. बवाल ने :

    कर्म कर्म सब आज तुल रहा।
    आदरणीय सलिल जी,
    सच में बहुत ही सुन्दर लगा नव वर्ष का नव गीत।

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  7. पूर्णिमा वर्मनमंगलवार, जनवरी 05, 2010 10:54:00 pm

    Purnima Varman ✆
    बहुत बहुत धन्यवाद सलिल जी, आपकी दो रचनाएँ नव वर्ष विशेषांक में सम्मिलित कर रहे हैं।

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  8. आ. आचार्य जी ,

    नव-वर्ष का शुभ-मंगलाचरण आपने प्रस्तुत कर दिया है. काल-कथा का समारंभ भी अनुरूप हो ;और हम समस्त-जन ,जो इस काल-खंड के पात्र हैं अपनी भूमिका का सामर्थ्यनुसार समुचित निर्वाह कर सकें ऐसी क्षमता और मनोबल वह परमशक्ति हमें प्रदान करती रहे - यही कामना अंतरमन में उदित हो रही है ।
    गुरुजनों का आशीष सदा प्राप्त होता रहे !
    सादर ,
    प्रतिभा.

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  9. naye varsh ka
    har nootan din
    amal-dhaval yash
    keerti vimal de

    Acharya Sanjiv Salil

    http://divyanarmada .blogspot. com

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  10. आदरणीय आचार्य जी

    आपको भी अनेक शुभकामनायें!

    सादर
    अमित

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