दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु
A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.
शनिवार, 30 मई 2009
एक मुक्तक
मुक्तक
प्रो. सी. बी. श्रीवास्तव विदग्ध
जिस घर की ईटें हैं जुड़ी गारे के प्यार से दीवारें हैं रंगी हुई शुभ संस्कार से उसमें कभी तकरार की आंधी नहीं आती जलते हैं वहां दीप सदा सद्विचार के
bhut steek vichar.
जवाब देंहटाएंachha muktak hai ... bahut khoob
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