दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

upendra vajra लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
upendra vajra लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

muktika, upendra vajra

›
मुक्तिका वार्णिक छंद उपेन्द्रवज्रा – मापनी- १२१ २२१ १२१ २२ सूत्र- जगण तगण जगण दो गुरु तुकांत गुरु, पदांत गुरु गुरु ...
शनिवार, 16 नवंबर 2013

hindi chhand: upendra vajra -sanjiv

›
छंद सलिला: उपेन्द्र वज्रा संजीव * इस द्विपदिक मात्रिक छंद के हर पद में क्रमश: जगण तगण जगण २ गुरु अर्थात ११ वर्ण और १७ मात्राएँ होती हैं...
5 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

योगदान देने वाला व्यक्ति

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava

:: संचालक मंडल ::

  • Divya Narmada
  • Manvanter Verma
  • Vivek Ranjan Shrivastava
Blogger द्वारा संचालित.