दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 30 जून 2017

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नवगीत तुलसी * तुलसी को अपदस्थ कर गयी आकर नागफनी। सहिष्णुता का पौधा सूखा घर-घर तनातनी। * सदा सुहा...
रविवार, 13 नवंबर 2016

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एक रचना * पूछ रही पीपल से तुलसी बोलो ऊँचा कौन? जब भी मैंने प्रश्न किया है तब उत्तर पाया मौन * मीठा कोई कितना ...
मंगलवार, 18 मई 2010

नवगीत: पीढ़ियाँ अक्षम हुई हैं --संजीव वर्मा 'सलिल'

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 नवगीत:  पीढ़ियाँ अक्षम हुई हैं : संजीव वर्मा 'सलिल' पीढ़ियाँ अक्षम हुई हैं, निधि नहीं जाती सँभाली... * छोड़ निज जड़ बढ़ रही ...
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