दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2015

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:एक रचना: राम रे!  * राम रे! तनकऊ नई मलाल??? * भोर-साँझ लौ गोड़ तोड़ रै काम चोर बे कैते पसरे रैत ब्यास गादी पे भगतन संग लपेटे काम-पुजारी गीता...
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