दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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गुरुवार, 7 फ़रवरी 2019

नवगीत कल-आज

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नवगीत कल-आज  * तू कल था  मैं आज हूं * उगते की जय बोलना दुनिया का दस्तूर। ढलते को सब भूलते, यह है सत्य हुजूर।। तू सिर तो मैं ताज हूं * मुझक...
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