दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 26 मई 2017

doha, navgeet, chhand, samiksha

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एक दोहा  जनगण ने प्रतिनिधि चुने, कर पायें वे काम  जो इसमें बाधक बने, वह भोगे परिणाम  * एक दोहा  सकल भूमि सरकार की, किसके हैं हम लोग? ...
शनिवार, 11 जून 2011

घनाक्षरी: नार बिन चले ना.. -----संजीव 'सलिल'

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घनाक्षरी: संजीव 'सलिल' नार बिन चले ना.. * घर के न घाट के हैं, राह के न बाट के हैं, जो न सच जानते हैं, प्यार बिन चले ना. जीत के ...
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