दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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बुधवार, 30 जनवरी 2019

ककुभ छंद

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तीस मात्रिक तैथिक जातीय ककुभ छंद * सोलह-चौदह पर यति रखकर, अंत रखें गुरु दो-दो। ककुभ छंद रच आनंदित हों, छंद फसल कवि बोदो।। * 
बुधवार, 19 फ़रवरी 2014

chhand salila: kakubh chhand -sanjiv

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​ककुभ / कुकुभ संजीव * (छंद विधान: १६ - १४, पदांत में २ गुरु) * यति रख सोलह-चौदह पर कवि, दो गुरु आखिर में भाया ककुभ छंद मात्रात्मक ...
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