दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 29 जून 2018

sadgodasani

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सड़गोड़ासनी: बुंदेली छंद, विधान: मुखड़ा १५-१६, ४ मात्रा पश्चात् गुरु लघु अनिवार्य, अंतरा १६-१२, मुखड़ा-अन्तरा सम तुकांत . * ज...
मंगलवार, 23 अगस्त 2016

geet

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एक रचना- * कब-कब कितने जन्म हुए हैं  मरण हुए कब, कौन बताये? बिसरा कर सारे सवाल हम गीतों से मिलकर जी पाये * सूर्य उगा, गौरैया चहकी बादल बरसे...
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