दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 27 जुलाई 2018

hasya kundaliya

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हास्य कुण्डलिया * राम देव को देखकर, हनुमत लाल विभोर। श्याम देव के सँग में, बाल मचाते शोर।। बाल मचाते शोर, न चाहें योग करें सब। दाढ़ी-मू...
सोमवार, 28 मई 2018

दोहा, हास्य कुण्डलिया, ओशो चिंतन, गीत, रचना-प्रतिरचना

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दोहा सलिला * चित्रगुप्त का गुप्त है, चित्र न पाओ देख। तो निज कर्मों का करो, जाग आप ही लेख।। * असल-नक़ल का भेद क्या, समय न पाया जान। अस...
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