दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 23 जुलाई 2019

दिगपाल छन्द

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मुक्तक  मापनी २२११ २२२२ २११२ २२ = २४ चौबीस मात्रिक अवतारी जातीय दिगपाल छन्द * जीना न इसे आया, मरना न उसे भाया हर बशर यहाँ नाखुश, संस...
सोमवार, 16 मई 2016

geet muktika

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गीत-मुक्तिका  संजीव  * जीना न इसे आया, मरना न उसे भाया  हर बशर यहाँ नाखुश, संसार अजब माया .  हर रोज सजाता है,  सोचे कि आप सज...
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