दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शनिवार, 12 अगस्त 2017

चित्रगुप्त महिमा दोहा

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चित्रगुप्त महिमा - * चित्र-चित्र में गुप्त जो, उसको विनत प्रणाम। वह कण-कण में रम रहा, तृण-तृण उसका धाम । विधि-हरि-हर ...
बुधवार, 28 सितंबर 2016

doha

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एक दोहा- * चित्र गुप्त जिसका, बनी मूरत कैसे बोल? मना जयंती मरण दिन, बतला मत कर झोल  ***
बुधवार, 24 फ़रवरी 2016

bhajan

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भजन  * प्रभु!  तेरी महिमा अपरम्पार * तू सर्वज्ञ व्याप्त कण-कण में कोई न तुझको जाने। अनजाने ही सारी दुनिया इष्ट तुझी को माने। तेरी आय दृष्टि...
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