दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

muktak

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मुक्तक  बह्रर 2122-2122-2122-212 * हो गए हैं धन्य हम तो आपका दीदार कर  थे अधूरे आपके बिन पूर्ण हैं दिल हार कर  दे दिया दिल आपको, दिल आपसे ह...
सोमवार, 11 नवंबर 2013

gazal ki baharen : navin chaturvedi

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ग़ज़ल की ३२ बहरें :  नवीन चतुर्वेदी : क्र. बह्र का नाम बह्र के अरकान , वर्णिक संकेत  [1= लघु अक्षर , 2 = गुरु अ...
रविवार, 25 अप्रैल 2010

विशेष लेख: कविता में छंदानुशासन --संजीव 'सलिल'

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विशेष लेख:   कविता में छंदानुशासन   --संजीव 'सलिल' * शब्द ब्रम्ह में अक्षर, अनादि, अनंत, असीम और अद्भुत सामर्थ्य होती है. रच...
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