दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 5 मार्च 2024

५ मार्च, नवगीत, अंग्रेजी, दोहा, निर्मल शुक्ल, जगदीश व्योम, होली, मधुकर अष्ठाना, गोपी छंद, हिंदी आरती, सॉनेट, सरस्वती,

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सृजन ५ मार्च * सॉनेट रस्साकसी * अहंकार की रस्साकसी। किरच काँच की दिल में धसी।। सत्ता सौत सत्य की मुई। चाहे चारण हो हर मसी।। जा जीवन की जय-जय...
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