दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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शनिवार, 3 फ़रवरी 2024

३ फरवरी, सॉनेट, सुतवधु, मुक्तिका, संस्मरण, राजेन्द्र प्रसाद, उल्लाला, मुक्तक,

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मुक्तिका * बादलों का मन धरा पर आ गया। बूँद होकर भेंट करना भा गया।। ताब किसमें थी हराता जो हमें। क्या करे दिल हारकर दिल पा गया।। नामवर होकर ह...
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