दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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रविवार, 11 मार्च 2018

हास्य रचनाएँ २ संजीव

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षट्पदी: गधा-वार्ता  * एक गधा दूजे से बोला: 'मालिक जुल्मी बहुत मारता।' दूजा बोला: 'क्यों सहता तू?, क्यों न रात छिप दूर भा...
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