दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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बुधवार, 29 जुलाई 2020

सुभाषित संजीवनी १

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सुभाषित संजीवनी १ * मुख पद्मदलाकारं, वाचा चंदन शीतलां। हृदय क्रोध संयुक्तं, त्रिविधं धूर्त लक्ष्णं।। * कमल पंखुड़ी सदृश मुख, बोल चंदनी शीत।...
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