दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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मंगलवार, 12 दिसंबर 2017

muktika

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मुक्तिका  * मैं समय हूँ, सत्य बोलूँगा.  जो छिपा है राज खोलूँगा. * अनतुले अब तक रहे हैं जो बिना हिचके उन्हें तोलूँगा. * कालिया है नाग काला ध...
मंगलवार, 1 अगस्त 2017

muktak

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मुक्तक: दूर रहकर भी जो मेरे पास है. उसी में अपनत्व का आभास है.. जो निपट अपना वही तो ईश है- क्या उसे इस सत्य का अहसास है * भ्रम तो भ्रम ह...
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