दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

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सोमवार, 29 अगस्त 2022

वृहद आरण्यक उपनिषद अध्याय ५

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वृहद आरण्यक उपनिषद, अध्याय  ५  ब्राह्मण १  पूर्ण ब्रह्म है; पूर्ण जगत भी, उपजा करता पूर्ण पूर्ण से।  पूर्ण पूर्ण से लें निकाल तो, तब भी शेष ...
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