दिव्य नर्मदा .......... Divya Narmada

दिव्य नर्मदा : हिंदी तथा अन्य भाषाओँ के मध्य साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक संपर्क हेतु रचना सेतु A plateform for literal, social, cultural and spiritual creative works. Bridges gap between HINDI and other languages, literature and other forms of expression.

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बुधवार, 1 अप्रैल 2009

ग़ज़ल -- रसूल अहमद 'सागर'

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हमें अपने वतन में आजकल अच्छा नहीं लगता. हमारा देश जैसा था हमें वैसा नहीं लगता. मेरी ममता के महलों को किया खंडहर विद्वेषों ने. यहाँ थी प्रेम ...
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